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नोटबंदी के एक साल में कैसा रहा शेयर बाजार का हाल, यहां जानें

नई दिल्ली। नोटबंदी को एक साल पूरा हो गया है। सरकार इसके फायदे गिना रही है, वहीं कांग्रेस कमियां निकालने में जुटी हैं। वैसे बीते 365 दिनों के शेयर बाजार का हाल जानकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि नोटबंदी का वहां क्या असर हुआ। हम यहां आपको बताएंगे कि नोटबंदी के एक साल में शेयर बाजार ने क्या खोया और क्या पाया-

नवंबर 2016 से लेकर नवंबर 2017 तक सेंसेक्स ने करीब 21 फीसद का रिटर्न दिया है। वहीं निफ्टी में 10 नवंबर को तेज गिरावट देखने को मिली थी। 21 नवंबर को इसमें थोड़ा उछाल जरूर आया, लेकिन इसमें फिर गिरावट देखने को मिली जो कि 26 दिसंबर तक जारी रही। 26 दिसंबर 2016 के बाद से निफ्टी लगातार बढ़ रहा है। निफ्टी ने बीते एक साल के दौरान करीब 21.23 फीसद का रिटर्न दिया है।

वहीं सेंसेक्स का हाल भी कुछ ऐसा ही रहा है। सेंसेक्स में 10 नवंबर को गिरावट देखने को मिली थी। इसके बाद इसमें 21 नवंबर को इसमें फिर गिरावट देखने को मिली। वहीं 26 दिसंबर 2016 से इसमें लगातार तेजी जारी है। सेंसेक्स ने भी बीते एक साल के दौरान 21.11 फीसद का रिटर्न दिया है।

कैसा रहा आईपीओ बाजार का हाल: अगर बीते 5 साल की बात की जाए तो साल 2017 आईपीओ मार्केट के लिहाज से काफी बेहतर रहा है। साल 2017 में अब तक कुल 35 आईपीओ जारी किए जा चुके हैं, जिसके जरिए 70,714.41 करोड़ रुपए की धनराशि जुटाई जा चुकी है। आपको बता दें कि साल 2016 में 27 और साल 2015 में 21 आईपीओ लॉन्च हुए थे।

फीकी हुई सोने की चमक: अगर बीते एक साल की बात की जाए तो नोटबंदी का सबसे बड़ा असर गोल्ड पर देखने को मिला है। यह असर दशहरे, धनतेरस और दिवाली के मौके पर की गई खरीदारी में दिखा। बीते साल के मुकाबले सोने की खरीदारी में 30 फीसद तक की गिरावट देखने को मिली है। अगर प्रदर्शन की बात की जाए तो बीते एक साल के दौरान इसमें इसमें 1.50 फीसद की कमी आई है।

चांदी भी हुई कमजोर: वहीं अगर सिल्वर की बात की जाए तो सिल्वर पर भी नोटबंदी का असर हुआ है। बीते एक साल के दौरान सिल्वर के प्रदर्शन में 9.38 फीसद की गिरावट आई है। धनतेरस और दिवाली के मौके पर चांदी की भी खरीदारी कम रही है।

बढ़ी रुपए की धमक: रुपए पर नोटबंदी का सकारात्मक असर देखने के मिला है। बीते एक साल के दौरान रुपया 2.52 फीसद मजबूत हुआ है। यह एक अच्छा संकेत है। फिलहाल रुपया डॉलर के मुकाबले 65.09 पर कारोबार कर रहा है। मजबूत होता रुपया आम लोगों के लिए फायदे का सौदा साबित होता है।

महंगाई पर कैसा रहा असर: नोटबंदी का असर महंगाई पर भी देखने को मिला है। अगर सीपीआई इन्फ्लेशन की बात की जाए तो इसमें काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। नवंबर 2016 के दौरान सीपीआई इन्फ्लेशन 3.63 फीसद थी। जून 2017 में इसमें बड़ी गिरावट आई और यह 1.54 फीसद पर पहुंच गई। हालांकि इसके बाद इसमें फिर तेजी आ गई। सितंबर 2017 तक यह 3.28 फीसद पर पहुंच गई।

जीडीपी पर कैसा रहा असर: वहीं बीते एक साल के दौरान देश की जीडीपी पर भी असर दिखा है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश की जीडीपी 5.7 फीसद के साथ बीते तीन साल के निचले स्तर पर पहुंच गई।

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