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नादौन: विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत (135) की शतकीय पारी के बावजूद दिल्ली को विजय हजारे ट्रॉफी के ग्रुप बी एक दिवसीय मैच में हिमाचल प्रदेश से दो रन से हार का मुंह देखना पड़ा. ग्रुप बी में दिल्ली छह मैचों में चार जीत से 16 अंक लेकर शीर्ष पर है, लेकिन उसका नॉकआउट स्थान खतरे में पड़ गया है, क्योंकि हिमाचल प्रदेश (पांच मैचों में तीन जीत से 14 अंक), महाराष्ट्र और केरल के 14-14 अंक हैं. अब महाराष्ट्र की टीम अपने छठे मैच में केरल से भिड़ेगी, जिसमें से जो भी टीम जीतेगी और उसके 18 अंक हो जाएंगे. दिल्ली को प्रार्थना करनी होगी कि बंगाल की टीम अंतिम मैच में हिमाचल प्रदेश को हरा दे ताकि वह दूसरी टीम के तौर पर ग्रुप से क्वॉर्टरफाइनल के लिए क्वॉलीफाई कर ले.

हिमाचल प्रदेश ने टास जीतकर बल्लेबाजी करते हुए अपने कप्तान प्रशांत चोपड़ा की 150 रन की शतकीय पारी और अमित कुमार की 52 रन की अर्धशतकीय पारी की बदौलत निर्धारित 50 ओवर में पांच विकेट पर 304 रन का अच्छा स्कोर खड़ा किया. प्रशांत चोपड़ा ने शतकीय पारी के लिए 149 गेंद का सामना करते हुए 22 चौके और दो छक्के जमाए.

तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा ने 39 रन देकर दो और नवदीप सैनी ने एक विकेट चटकाया. हिमाचल के बाकी दो बल्लेबाज रन आउट हुए. इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली की टीम के लिए सलामी बल्लेबाज उन्मुक्त चंद ने 45 गेंद में चार चौके और एक छक्के से 42 रन की अच्छी पारी खेली.

उनके बाद पंत और नीतिश राणा (52 रन) ने चौथे विकेट के लिए 115 रन की भागीदारी निभाई, लेकिन राणा आउट हो गए. इसके बाद पंत को मध्यक्रम में कोई सहयोग नहीं मिला और पूरी टीम 49.4 ओवर में 302 रन पर सिमट गई. पंत ने रन आउट होने से पहले 93 गेंद का सामना करते हुए अपनी पारी में 16 चौके और पांच छक्के जमाए.

रणजी ट्रॉफी फाइनल में ऋषभ पंत ने पहले दिन ही तोड़ा सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड
पहले दिन मैच में उतरते ही दिल्ली के कप्तान ऋषभ पंत ने एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. ये रिकॉर्ड रनों को लेकर नहीं, बल्कि ऋषभ पंत की उम्र को लेकर है. पंत रणजी ट्रॉफी फाइनल में सबसे कम उम्र में कप्तानी करने वाले कप्तान बन गए हैं. अब तक ये रिकॉर्ड मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के नाम था. ऋषभ पंत ने इस मैच में दिल्ली की कप्तानी की बागडोर संभाली. इस समय उनकी उम्र 20 साल 86 दिन है. इससे पहले ये रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम था. उन्होंने 1994-95 में मुंबई टीम की कप्तानी 21 साल 337 दिन की उम्र में की थी.

रणजी ट्रॉफी में कुछ खास नहीं कर सके हैं ऋषभ पंत
कप्तान के तौर पर ये रिकॉर्ड बनाने वाले ऋषभ पंत के लिए रणजी का यह सीजन कुछ खास नहीं रहा. वह फाइनल में भी कुछ खास नहीं कर पाए और 21 रन बनाकर आउट हो गए. उनका विकेट गुरबानी ने लिया. इस साल उनका सर्वाधिक स्कोर 99 रन रहा. ऋषभ ने इस सीजन में 39.71 के औसत से 278 रन बनाए हैं.

टूर्नामेंट के पहले मैच में ही हिमाचल प्रदेश के खिलाफ ऋषभ पंत ने 38 गेंदों में 116 रनों की पारी खेली थी. उनकी इस पारी में चौके और 12 छक्के शामिल रहे. इस मैच में ऋषभ पंत ने शतक जड़ा और एक शानदार रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. दरअसल, पंत ने 32 गेंदों में अपना शतक पूरा किया. क्रिस गेल के बाद यह टी-20 क्रिकेट का दूसरा सबसे तेज शतक है. दूसरा सबसे तेज शतक जड़ कर ऋषभ पंत ने इस लिस्ट में रोहित शर्मा को पीछे छोड़ दिया था. अब केवल वेस्टइंडीज के क्रिस गेल ही पंत से आगे हैं. क्रिस गेल ने 2013 में 30 गेंदों में शतक जड़ा था.

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