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भगोड़े विजय माल्या के प्रत्यर्पण मामले की सुनवाई लंदन में आज से

लंदन । संकटग्रस्त भारतीय उद्योगपति विजय माल्या को भारत भेजने संबंधी मामले में सुनवाई आज (4 दिसंबर, सोमवार) से लंदन की एक अदालत में शुरू होगी। माल्या इस सुनवाई के लिए वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में उपस्थि​त रहेंगे। सुनवाई के दौरान सीबीआई के अधिकारियों का दल वहां मौजूद रहेगा।

भारत में धोखाधड़ी और मनी लांड्रिंग के आरोपों का सामना कर रहे माल्या इस समय लंदन में जमानत पर चल रहे हैं। वह मार्च 2016 में भारत से भागकर ब्रिटेन आ गए थे। उनकी फिलहाल बंद पड़ी किंगफिशर एयरलाइंस पर विभिन्न बैंकों का 9000 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है। हालांकि माल्या अपने खिलाफ लगे सभी आरोपों का खंडन करते हुए कह चुके हैं कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया। माल्या की बचाव टीम की अगुवाई बैरिस्टर क्लेयर मोंटगोमरी कर रही हैं जिन्हें आपराधिक व धोखाधड़ी के मामलों का विशेषज्ञ माना जाता है। मामले की सुनवाई 14 दिसंबर तक चलेगी जिसमें 6 व 8 दिसंबर को अवकाश रहेगा।

मुंबई के आर्थर रोड जेल होगा नया घर
भारत, ब्रिटेन की अदालत को बताएगा कि फरार शराब कारोबारी विजय माल्या को कानून का सामना करने के लिए यदि भारत प्रत्यर्पित किया जाता है तो उन्हें मुंबई में आर्थर रोड जेल में रखा जाएगा। माल्या बैंकों के समूह का 9000 करोड़ रुपये का कर्ज नहीं चुकाने के मामले में आरोपी हैं।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस (सीपीएस) के जरिए भारत अगले हफ्ते ब्रिटेन की अदालत को इस बारे में सूचित करेगा।

माल्या के प्रत्यर्पण मामले पर भारत सरकार की ओर से सीपीएस बहस कर रहा है। लंदन के वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट्स कोर्ट को बताया जाएगा कि कैदियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना राज्य का कर्तव्य है और जान को खतरे की माल्या की आशंका भ्रम फैलाने की कोशिश है।

एक अधिकारी के मुताबिक, अदालत को बताया जाएगा कि भारत में कैदियों की स्थिति दुनिया के किसी भी अन्य देश की तरह ही है। भारत की जेलों में कैदियों के अधिकार पूरी तरह सुरक्षित हैं।

माल्या के वकील ने कहा था कि फरार कारोबारी का भारत में प्रत्यर्पण किया जाता है तो उनकी जान को खतरा हो सकता है। उन्होंने कहा था कि भारतीय जेलों में मानवाधिकार उल्लंघनों की कथित घटनाएं भी हुई हैं। वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट्स कोर्ट प्रत्यर्पण कार्रवाई आज (4 दिसंबर से) शुरू करेगा।

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